भारत की एक उभरती हुई केमिकल मैन्युफैक्चरिंग कंपनी, Stallion India Fluorochemicals Limited (SIFL), ने एक बड़ा कदम उठाया है। कंपनी ने अपने नए 10,000 MT R-32 मैन्युफैक्चरिंग प्लांट का काम शुरू कर दिया है, जिससे इंडस्ट्री में फिर से हलचल मच गई है।

क्या है बड़ी ख़बर?
कंपनी ने 19 अक्टूबर 2025 को भिलवाड़ा, राजस्थान में Bhoomi Pooja के साथ अपने नए प्रोजेक्ट की ग्राउंडवर्क की शुरुआत की। यह प्लांट लगभग ₹200 करोड़ के निवेश से तैयार किया जाएगा और 9 महीनों में पूरा होने की उम्मीद है। जुलाई 2026 तक इसके कमीशन होने की संभावना जताई जा रही है।
कंपनी के मुताबिक, यह प्रोजेक्ट शुरू होने के बाद ₹500 करोड़ की टॉपलाइन और 22–24% के PAT मार्जिन देने की क्षमता रखेगा। यह कदम कंपनी की backward integration और self-reliance in fluorochemicals manufacturing की दिशा में एक बड़ा कदम है।
कंपनी के शेयरों में हलचल
कंपनी का मार्केट कैप ₹2,548 करोड़ है और इसके शेयर फिलहाल ₹320.70 पर ट्रेड कर रहे हैं, जो 5% लोअर सर्किट पर लॉक हैं। 23 जनवरी 2025 को जब यह स्टॉक लिस्ट हुआ था, तब इसका लिस्टिंग प्राइस ₹120 था – यानी 33.33% प्रीमियम पर। 16 अक्टूबर तक स्टॉक ने 245% रिटर्न दिया, लेकिन उसके बाद लगातार 5 लोअर सर्किट लगने से इसमें 25% की गिरावट देखी गई।
बिज़नेस और परफॉर्मेंस
Stallion India Fluorochemicals Limited, 2002 में स्थापित हुई थी और यह कंपनी refrigerants और industrial gases के मैन्युफैक्चरिंग और डिस्ट्रीब्यूशन में काम करती है। इसके प्रमुख प्रोडक्ट्स में Hydrocarbons (HC), Hydrofluorocarbons (HFCs) और Hydrofluoroolefins (HFOs) शामिल हैं। कंपनी एयर कंडीशनिंग, रेफ्रिजरेशन, ऑटोमोटिव, फार्मा, फायर-फाइटिंग और ग्लास इंडस्ट्री जैसे कई क्षेत्रों को गैस सॉल्यूशंस देती है।
तिमाही नतीजे (Q2FY26)
कंपनी के नतीजे भी काफ़ी प्रभावशाली रहे हैं –
- सेल्स: ₹67.6 करोड़ से बढ़कर ₹106 करोड़ (56% YoY ग्रोथ)
- EBITDA: ₹1.93 करोड़ से बढ़कर ₹15.6 करोड़ (707% उछाल)
- नेट प्रॉफिट: ₹0.85 करोड़ से बढ़कर ₹11.4 करोड़ (1244% YoY जंप)
- EPS: ₹0.14 से बढ़कर ₹1.44 (929% उछाल)
ये आंकड़े बताते हैं कि कंपनी की ऑपरेशनल एफिशिएंसी और प्रॉफिटेबिलिटी में शानदार सुधार हुआ है।
एक्सपैंशन प्लान्स
कंपनी दक्षिण भारत में भी विस्तार कर रही है। आंध्र प्रदेश के मम्बट्टू में इसका नया refrigerant debulking और blending facility बनाया जा रहा है, जिसकी क्षमता 7,200 MT प्रति वर्ष होगी। इसमें HFCs, HFOs, और उनके ब्लेंड्स के साथ-साथ Helium और semiconductor gases की यूनिट भी शामिल होगी – जो इसके खालापुर प्लांट जैसी ही होगी।
निष्कर्ष
Stallion India Fluorochemicals Ltd का नया प्लांट न सिर्फ़ उत्पादन क्षमता बढ़ाएगा बल्कि कंपनी को import substitution और cost competitiveness में भी बढ़त देगा। रिन्यूएबल गैस सेगमेंट में इसकी मजबूत स्थिति आने वाले वर्षों में इसे भारत के प्रमुख फ्लोरोकेमिकल प्लेयर्स में शामिल कर सकती है।



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